Acre To Katha : 1 एकड़ में कितना कट्ठा जमीन होता है

Acre to Katha

एकड़ और कट्ठा के बारे में

एकड़ और कट्ठा भूमि मापन की दो महत्वपूर्ण इकाइयाँ हैं। एकड़ एक अंतरराष्ट्रीय इकाई है, जिसका उपयोग भारत सहित कई देशों में किया जाता है। वही पर, कट्ठा एक क्षेत्रीय मापन इकाई है, जो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में उपयोग की जाती है। इसकी मानक माप अलग-अलग राज्यों में भिन्न होती है। उदाहरण के लिए, बिहार में 1 एकड़ लगभग 32.005906 कट्ठा होता है, जबकि पश्चिम बंगाल में यह केवल 15.125020 कट्ठा के बराबर होता है। इस कारण, भूमि माप के लिए स्थानीय इकाइयों की सही जानकारी आवश्यक होती है।

1 एकड़ में कितने कट्ठा होते हैं (1 Ekad Mein Kitna Kattha Hota Hai)

1 एकड़ में कट्ठा की संख्या हर राज्य में अलग-अलग होती है। इसका कारण यह है कि कट्ठा का माप हर क्षेत्र में भिन्न होता है। जैसे :

  • उत्तर प्रदेश – 1 एकड़ = 32.005906 कट्ठा
  • बिहार – 1 एकड़ = 32.000042 कट्ठा
  • पश्चिम बंगाल – 1 एकड़ = 15.125020 कट्ठा
  • पंजाब – 1 एकड़ = 80.000105 कट्ठा
  • हिमाचल प्रदेश – 1 एकड़ = 100.000131 कट्ठा
  • मध्य प्रदेश – 1 एकड़ = 72.600095 कट्ठा

इससे यह स्पष्ट होता है कि एक ही एकड़ में अलग-अलग राज्यों में कट्ठा की संख्या भिन्न होती है।

समझने के लिए उदाहरण,

  • अगर किसी किसान के पास उत्तर प्रदेश में 2 एकड़ भूमि है, तो उसके पास 2 × 32.005906 = 64.011812 कट्ठा जमीन होगी। वहीं,
  • अगर किसी के पास बिहार में 3 एकड़ भूमि है, तो उसके पास 3 × 32.000042 = 96.000126 कट्ठा जमीन होगी।

इसलिए, भूमि मापने से पहले संबंधित राज्य में कट्ठा की मानक माप को समझना जरूरी है।

भारत के सभी राज्यों में 1 एकड़ में कट्ठा की संख्या

राज्यएकड़कट्ठा
आंध्र प्रदेश1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
असम1 एकड़ =15.125020 कट्ठा
बिहार1 एकड़ =32.000042 कट्ठा
गुजरात1 एकड़ =50.000066 कट्ठा
हरियाणा1 एकड़ =80.000105 कट्ठा
हिमाचल प्रदेश1 एकड़ =100.000131 कट्ठा
जम्मू और कश्मीर1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
झारखंड1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
कर्नाटक1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
केरल1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
मध्य प्रदेश1 एकड़ =72.600095 कट्ठा
महाराष्ट्र1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
मणिपुर1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
ओडिशा1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
पंजाब1 एकड़ =80.000105 कट्ठा
राजस्थान1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
तमिलनाडु1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
तेलंगाना1 एकड़ =32.266695 कट्ठा
त्रिपुरा1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
उत्तर प्रदेश1 एकड़ =32.005906 कट्ठा
उत्तराखंड1 एकड़ =100.000131 कट्ठा
पश्चिम बंगाल1 एकड़ =15.125020 कट्ठा

एकड़ को कट्ठा में कैसे बदलें?

फॉर्मूला : कट्ठा = एकड़ × प्रत्येक राज्य का कट्ठा मान

उदाहरण,

अगर उत्तर प्रदेश में 5 एकड़ जमीन को कट्ठा में बदलना हो :

  • कट्ठा = एकड़ × प्रत्येक राज्य का कट्ठा मान
  • कट्ठा = 5 × 32.005906
  • कट्ठा = 160.02953

अगर बिहार में 10 एकड़ जमीन को कट्ठा में बदलना हो :

  • कट्ठा = एकड़ × प्रत्येक राज्य का कट्ठा मान
  • कट्ठा = 10 × 32.000042
  • कट्ठा = 320.00042

पश्चिम बंगाल में 3 एकड़ जमीन को कट्ठा में बदलना हो :

  • कट्ठा = एकड़ × प्रत्येक राज्य का कट्ठा मान
  • कट्ठा = 3 × 15.125020
  • कट्ठा = 45.375060

इस प्रकार, किसी भी राज्य में दिए गए एकड़ को कट्ठा में बदलने के लिए उस राज्य के मानक कट्ठा मूल्य से गुणा करना होगा।

FAQs – 1 Acre In Katha

प्रश्न. एकड़ और कट्ठा में क्या अंतर है?

एकड़ एक मानकीकृत भूमि माप इकाई है, जबकि कट्ठा एक क्षेत्रीय इकाई है जिसका मूल्य राज्य के अनुसार बदलता रहता है।

प्रश्न. एक एकड़ कितने कट्ठा के बराबर होता है?

यह स्थान के अनुसार बदलता है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में 1 एकड़ = 32.005906 कट्ठा और बिहार में 1 एकड़ = 32.000042 कट्ठा होता है।

प्रश्न. कट्ठा का उपयोग किन राज्यों में होता है?

कट्ठा का उपयोग मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम जैसे राज्यों में होता है।

प्रश्न. क्या एकड़ को कट्ठा में बदलने का कोई आसान तरीका है?

हां, बस एकड़ की संख्या को उस राज्य के कट्ठा मान से गुणा करें, जैसे:
उत्तर प्रदेश: एकड़ × 32.005906 = कट्ठा
बिहार: एकड़ × 32.000042 = कट्ठा

प्रश्न. भारत में सबसे अधिक एकड़ से कट्ठा किस राज्य में होते हैं?

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 1 एकड़ = 100 कट्ठा होते हैं, जो अन्य राज्यों की तुलना में अधिक हैं।

प्रश्न. कट्ठा का उपयोग क्यों किया जाता है?

कट्ठा एक पारंपरिक भूमि मापन इकाई है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों और स्थानीय लोगों के लिए भूमि माप को आसान बनाती है।

प्रश्न. क्या एक ही राज्य में कट्ठा का मान अलग-अलग हो सकता है?

हां, कुछ राज्यों में विभिन्न क्षेत्रों में कट्ठा का मान अलग-अलग हो सकता है, इसलिए जमीन खरीदने या बेचने से पहले स्थानीय मानकों की जाँच करें।